UP Free Ration Rules Change: उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में टेक होम राशन के लिए नए रूल्स लागू हो चुके हैं बता दे फीस रिकॉग्निशन सिस्टम को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था अब इसे पूरे प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू कर दिया गया है नया रूल लागू होने के बाद अब लाभार्थियों को मिलने वाला फ्री राशन बिना फीस रिकॉग्निशन और बिना ओटीपी के नहीं मिलेगा उत्तर प्रदेश सरकार ने टेक होम राशन को लेकर अब तक का यह सबसे बड़ा बदलाव किया है जिससे फर्जीवाड़ा पूरी तरह बंद हो जाएगा अब केवल पात्र लाभार्थियों को ही फ्री राशन मिल सकेगा।
यूपी में बदले आंगनवाड़ी फ्री राशन वितरण के नियम
उत्तर प्रदेश सरकार कुपोषण के खिलाफ अभियान को मजबूत करने के उद्देश्य से टेक होम राशन वितरण प्रणाली में बदलाव कर रही है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 1 जुलाई 2025 से प्रदेश के सभी एक दशमलव 18 करोड़ लाभार्थियों को नए रूल के अनुसार राशन मिलेगा अब उनका चेहरा सत्यापित करना होगा और उसके बाद रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी भेजा जाएगा ओटीपी आंगनबाड़ी केंद्र पर मिलान किया जाएगा इसके बाद ही टेक होम यानी कि फ्री राशन मिल सकेगा इस योजना का प्रमुख उद्देश्य पात्र लाभार्थियों तक राशन पहुंचना है अभी तक बड़ी संख्या में अपात्र लोग इस फ्री राशन का लाभ उठा रहे थे। साथ ही वितरित होने वाले इस राशन की आपूर्ति भी विभाग द्वारा पूरी नहीं की जा रही थी विभाग द्वारा लाभार्थियों के राशन को रोक कर आपूर्ति की जाती थी अब इन सभी समस्याओं पर ब्रेक लग जाएगा।
कैसे मिलेगा अब आंगनबाड़ी लाभार्थियों को फ्री का राशन
बता दें FRS में दो चरणों में पहचान की जाती है पहले आंगनवाड़ी कार्यकर्ता टैबलेट से लाभार्थी की लाइव फोटो लेती हैं जिसे आधार आधारित ई केवाईसी से मैचिंग की जाती है मैच होने के बाद लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर एक छह अंकों का ओटीपी प्राप्त होता है जिसे दर्ज करने के बाद खाद्य पैकेट जारी कर दिया जाता है यदि लाभार्थी के पास मोबाइल नंबर नहीं है तो अभिभावक क्या पति-पत्नी के नंबर से प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
1 जुलाई 2025 से पूरे प्रदेश में नया नियम लागू
उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में टेक होम राशन का नया नियम लागू हो जाएगा और नए नियम से ही राशन वितरित किया जाएगा टेक होम राशन प्राप्त करने के लिए चेहरा दिखाकर फोटो खींचना होगा और उसके पास अपने मोबाइल नंबर पर आए ओटीपी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को बताना होगा वेरीफाई होने के बाद ही लाभार्थी को फेक होम राशन प्राप्त हो जाएगा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यह एक बड़ा कदम है जिससे फर्जीवाड़ा के साथ-साथ पात्र लाभार्थी तक राशन पहुंच सकेगा।